MCD चुनाव 2017 के मायने
2007 के चुनावों दिल्ली नगर निगम एक हुआ करता था, 2012 में इसके तीन हिस्से कर दिए गए। दिल्ली नगर निगम दिल्ली के 11 जिलों में से 8 जिले कवर करती आते हैं बाकि के जिले नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल यानि एनडीएमसी और दिल्ली कैंटोन्मेंट बोर्ड देखता है। एमसीडी के अंतर्गत दिल्ली का 1397 किलोमीटर का एरिया आता है। दिल्ली में तीनों एमसीडी मिलाकर कुल 272 वार्ड हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने 136 वार्डों (50 प्रतिशत सीट ) को महिलाओं के आरक्षित कर दिया है।
MCD चुनाव के मद्देनजर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने 140 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है। उन्होंने यह लिस्ट अपने ट्विटर हैंडल से जारी किया है। 272 सीटों पर होने वाले MCD चुनाव के लिए कांग्रेस पूरी जोर लगा रही है और अच्छे नतीजो की उम्मीद है। उम्मीद है कि कांग्रेस की ओर से पांच बड़े नेताओं के अनुभव का इस्तेमाल MCD चुनाव में होगा। कूड़ा-कचरा के प्रबंधन का प्लान पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश पेश करेंगे। नगर निगम के स्कूलों और अस्पतालों को सुधारने का खाका शशि थरूर और सलमान खुर्शीद तैयार करेंगे। साथ ही दिल्ली में होने वाले एमसीडी चुनाव में कांग्रेस की तरफ से पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू भी प्रचार करेंगे।
बीजेपी पिछले दस साल से निगम की सत्ता पर काबिज है पर विकास के नाम पर उसके नेता चुप्पी साध जाते है। इतिहास गवाह है की जबभी दिल्ली की जनता ने उनपर भरोसा किया है, सत्ता में आकर वो जनता को भूल ही जाते है। जनलुभावन वादे आप भी करती है पर जब आप विकास ढूंढने जाएगे तब आपको पत्ता साफ मिलेगा इनका। दिल्ली की जनता जानती है की आप के आधी बिजली दर के वादे और मुफ्त पानी के वादे अबतक पूरे नहीं हुये है। इसके बाद वो निगम चुनाव जीतने के बाद रिहायशी इलाकों में हाउस लोन माफ करने की चाल रही है। यह भी एक चुनावी वादा बनकर रह जाएगा। काँग्रेस का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने एमसीडी को कार्यात्मक और आर्थिक तौर पर पंगु बना दिया है जो सिर्फ राजनीति के लिए दिल्ली के लोगों को कूड़े में रहने को मजबूर कर रहे हैं। एमसीडी ने अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभाई और नगर निगम दिल्ली में साफ़ सफ़ाई नहीं रख पाई जिसका नतीजा यह रहा कि दिल्ली में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां फैल गईं और दिल्ली के लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। आम जनता भारतीय जनता पार्टी की कारगुज़ारियों से परेशान हैं।
आज की दिल्ली की परेशानिओ और जरूरते है स्ट्रीट लाइट, वाई फाई, मार्केट, फुटपाथ, हॉकर्स, पब्लिक टॉइलट, मलबा, आवारा पशु, सड़क, बिजली, पानी, कचड़ा, वॉटर ड्रेन। हमारी काँग्रेस पार्टी इनसभ परेशानिओ को ध्यान से समझती और परिवर्तन करने के लिए संगर्ष करने कोभी तैयार है। हम बहुमत मे आते ही दिल्ली की तस्वीर बादल देगे और दिल्ली को एक आदर्श प्रदेश बनाने मे अपनी जान लगा देगे।
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