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आखिर भारत के प्रधानमंत्री मोदी गुजरात से क्यों डर रहे हैं। जानने के लिए पढ़ें-

ये आपने कब देखा था कि एक राज्य के चुनाव और उसके नतीजों में लगभग सवा महीने का फासला रखा गया हो? चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में आठ नवंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया है, लेकिन नतीजों का ऐलान 18 दिसंबर को किया जाएगा। कोई भी सामान्य बुद्धि रखने वाला शख्स भी समझ सकता है कि ऐसा क्यों किया गया है? विस्तार से पढ़ने के लिए नीचे वाली फोटो पर क्लिक करें। क्या चुनाव आयोग अब केंद्र सरकार की सहूलियतों के हिसाब से चुनाव की तारीखें तय करेगा? गुजरात में भी दिसंबर में ही चुनाव होने हैं। होना तो यह चाहिए था कि चुनाव आयोग दोनों राज्यों के चुनाव की तारीख एक साथ ऐलान करता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों की तारीख 18 दिसंबर करने का मतलब यह है कि गुजरात के चुनाव भी 18 दिसंबर से पहले ही कराए जाएंगे और उसके चुनाव नतीजों की तारीख भी 18 दिसंबर ही रखी जाए तो कोई ताज्जुब नहीं होगा। विस्तार से पढ़ने के लिए नीचे वाली फोटो पर क्लिक करें। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां, कई परियोजनाओं का उद्घाटन आदि बहुत कुछ कह देते हैं। इसका मतलब क्या है? क्या गुजरात में भाजपा क...