प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फतेहपुर वाला 'श्मशान वाले' बयान निंदनीय

फतेहपुर रैली में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिया गया भाषण विवादो को जन्म देता है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के बयान के खिलाफ चुनाव आयोग जाने का मन बनाया है। इसके अलावा पूरी पार्टी कांग्रेस इस बयान को बेहद ही आपत्तिजनक और खेदपूर्ण करार देती है। यह बेहद ही छोटी और ओछी बात है।

दरअसल प्रधानमंत्री ने रविवार को फतेहपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा की था की किसी भी सरकार को धर्म और जाती के आधार पर लोगो से भेदभाव नही करना चाहिए। हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास की नीति पर काम कर रही है और हम उम्मीद करते है की बाकी सभी सरकार भी इसी निति का अनुशरण करेगे। मोदी ने आगे कहा की अगर आप किसी गाँव में कब्रिस्तान बना रहे है तो वहां शमशान भी बनना चाहिए, अगर आप रमजान में बिजली दे रहे है तो दिवाली पर भी बिजली आनी चाहिए। धर्म के आधार पर यह भेदभाव नही होना चाहिए। मोदी के इस बयान पर कल से ही हंगामा मचा हुआ है। सभी पार्टी मोदी के इस बयान की कड़ी निंदा कर रही है।


हम सभ ने मिलकर कांग्रेस पार्टी की ओर से एक कदम आगे बढाते हुए मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करने का फैसला किया है। कांग्रेस के क़ानूनी एवं मानवाधिकार विभाग के सचिव के सी मित्तल जी ने एएनआई से बात करते हुए कहा बयान दिया है की कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के इस दुखद बयान को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।

उत्तर प्रदेश में फतेहपुर की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर ट्विटर पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है। मोदी के भाषण की ट्विटर पर जमकर आलोचना हो रही है। मोदी के भाषण के बाद ट्विटर पर #एलायंस रैटल्ड मोदी (#AllianceRattledModi) टॉप ट्रेंड करने लगा। इसी हैशटैग से हज़ारों ट्वीट हुए हैं।


मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारे पीएम इस हद तक नीचे जाएंगे। वो विकास से श्मशान तक चले गए। एमपी और एमएलए के बाद अब हमारे प्रधानमंत्री हिन्दू और मुस्लिमों को बांटने का काम करने लगे हैं। उत्तर प्रदेश में बीजेपी चुनाव हारने जा रही है इसलिए मोदी की भाषा विकास से श्मशान की ओर रुख कर गई है। कैसे राज नेता है, कैसी राजनीति है? बिजली का भी धर्म और जाति है। श्मशान और कब्रिस्तान का जिक्र जब शख़्स करने लगे तो समझ जाना चाहिए कि वो राजनीति के अंतिम पड़ाव पर आ गया है। मोदी जी शायद गोधरा ने आपको सीएम बनाया, मुजफ्फरनगर ने पीएम बनाया लेकिन अब लोग आपके ज़हर से सतर्क हो गए हैं। प्रधानमंत्री को कुछ तो आत्मसम्मान का ख़्याल रखिए।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता श्री आनंद शर्मा ने भी पीएम के बयान की तीखी आलोचना करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग को प्रधानमंत्री के बयान का संज्ञान लेना चाहिए, यह स्पष्ट तौर पर आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।' श्री शर्मा ने कहा कि पीएम को इस तरह के गलत और गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए।

हिंदू-मुस्लिम के नाम पर जनता को बांटने का नतीजा यह देश एक बार 1947 में देख चुका है। क्या मोदी देश को वहीं वापस ले जाना चाहते हैं?' उन्होंने कहा कि लोगों को रोजगार चाहिए, बेहतर जीवन और रोजी-रोटी चाहिए न कि श्मशान या कब्रिस्तान चाहिए। यह बयान ध्रुवीकरण की कोशिश भर है। मोदी जी की जम कर आलोचना होनी चाहिए इसके लिए।

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