कायर पाकिस्तान की नापाक हरकते उससे भारी पड़ेगी
पाकिस्तान अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहा, सरहद पर लगातार अपनी ना'पाक'हरकतों को अंजाम दे रहा है। एलओसी पर लगातार फायरिंग से भारतीय जवानों के हौसले पस्त नहीं कर पाया तो अब अपनी फितरत पर उतर आया है। धोखे से भारतीय जवानों पर वार कर रहा है।इस बार उसने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में भारतीय जवानों पर हमला किया। हमले में दो जवान शहीद हो गए हैं। शहीद हुए जवानों में एक सेना का और एक बीएसएफ का है। जानकारी के मुताबिक जवानो के साथ बर्बरता भी की गई है, उनके शवों को क्षत-विक्षत किया गया है। बताया जा रहा है कि वारदात आज सुबह की है, जब भारतीय सेना के जवान कृष्णा घाटी सेक्टर में एलओसी पर पेट्रोलिंग कर रहे थे इसी दौरान पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम यानी बैट के जवानों ने घात लगाकर हमला किया। बैट के दरींदों ने बर्बरतापूर्ण हरकत करते हुए जवान के शवों को क्षत-विक्षत किया है।
यह तो सभी मान रहे हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक जैसा काम भारतीय सेना ने कोई पहली बार नहीं किया था। मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल में भी इस तरह की कार्रवाई हुई थी। हां उसका ढोल नहीं पीटा गया। तो बहस का विषय यह होना चाहिए कि सर्जिकल स्ट्राइक की जिम्मेदारी लेने का मोदी सरकार का फैसला कितना उचित, कितना ऐतिहासिक और देश के लिए कितना युगांतकारी है, न कि यह कि पहली बार मोदी सरकार ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक जैसा कदम उठाने का हौसला दिखा कर कितना बड़ा काम किया था। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा श्रेय देश के रक्षा मंत्री की झोली में भारतीय जनता पार्टी ने डाला था और उसका इस्तेमाल अपनी पार्टी की राजनीति चमकाने में कर रहे हैं जो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए भारतीय सेना का अपमान करते रहे है। भारतीय सेना के शौर्य को भुलाते हुए केंद्र में बैठी भारतीय जनता पार्टी के नेता सिर्फ वोट हांसिल करने के लिए भारतीय सेना को अपमानित कर रहे हैं और अपनी पीठ थपथपाती रही है।
अगर आप दफ्तर में अपने काम-काज के बारे में अपने बॉस के सामने झूठे दावे पेश कर देते हैं, उसे गुमराह करते हैं तो यह गंभीर अपराध माना जाता है। आपके खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो जाती है। क्या इस देश की संप्रभु जनता को यानी देश के सवा सौ करोड़ लोगों को गुमराह करने और लगातार करते रहने वालों के खिलाफ कुछ नहीं होना चाहिए?
भारतीय जनता पार्टी में अगर ज़रा सी भी नैतिकता बची है तो वो रक्षामंत्री और अपने प्रवक्ता के दुर्भाग्यपूर्ण बयानों के लिए देश की जनता और भारतीय सेना से माफ़ी मांगे क्योंकि बीजेपी के इन नेताओं ने 70 वर्षों के सेना के गौरवमयी इतिहास को अपमानित करने का काम किया है। जब सभ कामो का श्रेय भारतीय जनता पार्टी के बड़े बड़े नेता लेते है तो इन जवानो की मौत का श्रेय किसका बनता है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस कायराना हरकत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इसका जल्द भारी बदला लिया जाएगा।
पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन किया और फायरिंग की आड़ में भारतीय जवानों की पेट्रोलिंग टीम के दो जवानों की हत्या कर उनके शवों के साथ बर्बरता की जिसके बाद पूरे देश का गुस्सा फूट पड़ा है। पाकिस्तान के इस कायराना हरकत का जवाब देने के लिये बड़ी जवाबी कार्रवाई की तैयारी सेना कर रही है। सेना को अपने विकल्पों का इस्तेमाल करेगी। भारत के प्रति पाकिस्तान के नापाक इरादों से पुरी दुनिया वाकिफ है। आए दिन पाकिस्तान द्वारा बॉर्डर पर सीज़ फायर का उल्लंघन इस बात का प्रमाण है कि वह भारत से शान्ति नहीं चाहता।
यह तो सभी मान रहे हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक जैसा काम भारतीय सेना ने कोई पहली बार नहीं किया था। मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल में भी इस तरह की कार्रवाई हुई थी। हां उसका ढोल नहीं पीटा गया। तो बहस का विषय यह होना चाहिए कि सर्जिकल स्ट्राइक की जिम्मेदारी लेने का मोदी सरकार का फैसला कितना उचित, कितना ऐतिहासिक और देश के लिए कितना युगांतकारी है, न कि यह कि पहली बार मोदी सरकार ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक जैसा कदम उठाने का हौसला दिखा कर कितना बड़ा काम किया था। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा श्रेय देश के रक्षा मंत्री की झोली में भारतीय जनता पार्टी ने डाला था और उसका इस्तेमाल अपनी पार्टी की राजनीति चमकाने में कर रहे हैं जो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए भारतीय सेना का अपमान करते रहे है। भारतीय सेना के शौर्य को भुलाते हुए केंद्र में बैठी भारतीय जनता पार्टी के नेता सिर्फ वोट हांसिल करने के लिए भारतीय सेना को अपमानित कर रहे हैं और अपनी पीठ थपथपाती रही है।
अगर आप दफ्तर में अपने काम-काज के बारे में अपने बॉस के सामने झूठे दावे पेश कर देते हैं, उसे गुमराह करते हैं तो यह गंभीर अपराध माना जाता है। आपके खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो जाती है। क्या इस देश की संप्रभु जनता को यानी देश के सवा सौ करोड़ लोगों को गुमराह करने और लगातार करते रहने वालों के खिलाफ कुछ नहीं होना चाहिए?
भारतीय जनता पार्टी में अगर ज़रा सी भी नैतिकता बची है तो वो रक्षामंत्री और अपने प्रवक्ता के दुर्भाग्यपूर्ण बयानों के लिए देश की जनता और भारतीय सेना से माफ़ी मांगे क्योंकि बीजेपी के इन नेताओं ने 70 वर्षों के सेना के गौरवमयी इतिहास को अपमानित करने का काम किया है। जब सभ कामो का श्रेय भारतीय जनता पार्टी के बड़े बड़े नेता लेते है तो इन जवानो की मौत का श्रेय किसका बनता है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस कायराना हरकत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इसका जल्द भारी बदला लिया जाएगा।
पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन किया और फायरिंग की आड़ में भारतीय जवानों की पेट्रोलिंग टीम के दो जवानों की हत्या कर उनके शवों के साथ बर्बरता की जिसके बाद पूरे देश का गुस्सा फूट पड़ा है। पाकिस्तान के इस कायराना हरकत का जवाब देने के लिये बड़ी जवाबी कार्रवाई की तैयारी सेना कर रही है। सेना को अपने विकल्पों का इस्तेमाल करेगी। भारत के प्रति पाकिस्तान के नापाक इरादों से पुरी दुनिया वाकिफ है। आए दिन पाकिस्तान द्वारा बॉर्डर पर सीज़ फायर का उल्लंघन इस बात का प्रमाण है कि वह भारत से शान्ति नहीं चाहता।
sahi kha bhai g
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